ARYABHATTA INSTITUTE OF TECHNICAL EDUCATION Purnea, Bihar | Certificate Course in Community Health

ARYABHATTA INSTITUTE OF TECHNICAL EDUCATION(Purnea, Bihar)

आर्यभट्ट इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (पूर्णिया, बिहार)

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Courses Offered

Certificate Course in Community Health

1. इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी/कार्यकर्ता को हस्पतालों, नर्सिग होम, स्वास्थ्य कल्बों आदि में कार्य करने के अवसर प्राप्त होगें।

2. यह प्रशिक्षित लोग समुदाय में स्थास्थ्य रक्षक के रूप में कार्य कर सकते हैं। तथा अपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक उपचार व उपयुक्त चिकित्सा उपलब्ध करवा सकेगें।

3. यह लोग Community Health Facilitator/Worker के रूप में राजकीय Govt. अथवा निजी Pvt. क्षेत्र में सेवाऐं दे सकते है।

4. यह प्रशिक्षित लोग समुदाय में स्वास्थ्य रक्षक के रूप में कार्य कर सकेंगे तथा स्वास्थ्य जागरूकता, स्वास्थ्य पर्यावरण, स्वास्थ्य तथा स्वास्थ्य विज्ञान और आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक उपचार व उपयुक्त चिकित्सा उपलब्ध करा सकेंगे तथा कार्यकर्ताओं को अस्पतालों, नर्सिंग होम्स तथा स्वास्थ्य क्लबों आदी में कार्य करने के अवसर प्राप्त होंगे। (The trained persons will work in the community as a Swasthya Rakshak for creating Health Awareness, Knowledge of healthy Environment, Health & Hygiene, First Aid, Prevention of Disease, Provide appropriate Treatment in Emergency Situations, the Trainees will have job opportunities in the Hospital, Setting such as in Hospitals, Nursing Homes & Health Clubs)

इस कोर्स को चलाने मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैः-

1. भारत की ज्यादातार जनसंख्या ग्रामीण व पिछड़े क्षेत्रों में आज भी पूर्ण स्वास्थ्य सेवाऐं (उपचार की सुविधा) उपलब्ध नहीं है। 1977 की श्रीवास्तव कमेटी की सिफारिश पर भारत सरकार ने इन क्षेत्रों में 5,80,000 Community Health Facilitator/Worker नियुक्त करने की योजना आरम्भ की थी इसे देखते हुए Govt. of India ने Community Health कोर्स शुरू किया जिससे कि प्रत्येक गांव व मौहल्ले में कम से कम एक कुशल स्वास्थ्य कर्मी बनाया जाए।

2. आज तक बहुत से लोग अवैध रूप् से बिना लाईसेंस व सर्टिफिकेट के स्वास्थ्य सेवायें कर रहें हैं। परन्तु अब इसे रोकने के लिए सरकार ने सख्त कानून (क्लीनिकल एस्टब्लिशमेंट एक्ट 2010) बना दिया है। इस कानून के तहत बिना लाईसैंस के सेवाऐं करने पर सजा व जुर्माना भी हो सकता है।

3. अगर आप भी ऐलोपैथी चिकित्सा पद्वति में सेवायें दे रहे है, तो Govt. of India के द्वारा करवाया जाने वाला (CCCH) ऐलोपैथी चिकित्सा पद्वति कोर्स करके बिना किसी डर के सरकार द्वारा अधिकृत रूप से सेवायें कर सकते है।

4. ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी तथा आनुपातिक रूप से अधिक घनत्व जनसंख्या वाले क्षेत्रों में डॉक्टरों की अनुपलब्धता ने इस समस्या को गंभीर बना दिया है। "सबके लिए स्वास्थ्य" हमारा राष्ट्रीय लक्ष्य है। जनसमुदाय में से उन संभावित शिक्षार्थियों को प्रशिक्षित किये जाने की आवश्यकता है जो ग्रामीण क्षेत्रों, अभावस्त शहरी क्षेत्रों में जन समुदाय को उचित परामर्श व प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाऐं उपलब्ध करा सकें।

प्रवेश योग्य वर्ग :

भारत सरकार के सर्वे के अनुसार देश में 10-12 लाख लोग अवैध/अनाधिकृत रूप से स्वास्थ्य सेवाऐं कर रहे हैं, जो कानूनन दंडनीय अपराध है।

(1) भारत सरकार व (W.H.O.) चाहते हैं कि इन अनुभवी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कर्मियों को विधिवत प्रशिक्षण करवाया जावे ताकि उनके ज्ञान की अभिवृद्धि हो तथा सरकार के प्रावधानानुसार वैध व कानून अधिकृत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाऐं कर सके।

(2) ऐसे छात्र-छात्राऐं, महिलाऐं, पुरुष जो स्वास्थ्य सेवाऐं करने के इच्छुक हो तथा जो लाखों रुपये खर्च कर मेडिकल की बड़ी डिग्री/डिप्लोमा नहीं कर सकते हो, वे भी इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर अभावग्रस्त क्षेत्रों में प्रशिक्षण बहुउद्देश्यीय सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (Multipurpose Community Health Facilitator/Worker) के रूप में सेवाऐं कर सकते हैं।

पप्रशिक्षण कार्यक्रम (Training Programme)

भारत सरकार के प्रावधानानुसार हमारे संस्थान में विषयों का सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक (Theory & Practical) अध्ययन, तदोपरान्त सम्ब (Collaborate) क्लिनिक्स, हॉस्पिटल्स तथा राजकीय चिकित्सालयों में (Clinics, Hospitals & Govt. Hospitals) में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों (National Health Programmes) की Clinical Practical Training की व्यवस्था की गई है।

पाठ्यक्रम की रूपरेखा (Course Community Health) जिसमें निम्न कार्य सम्मिलित होते है:-

1. (a) भारत की रोकथाम (Preventive)

((b) रोगों का उपचार (Curative)

((c) स्वास्थ्य वर्धन (Promotive)

2. भारत सरकार द्वारा गठित विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम ने इस पाठ्यक्रम में तीन प्रश्नपत्रों-

3. (a) आधारभूत जीव विज्ञान (Basic Life Science)

(b) मातृ शिशु परिचर्या, परिवार कल्याण, टीकाकरण सहित।

(c) रोगों की रोकथाम, उपचार और आपातकालीन प्रबन्धन (Prevention & Management of Diseases & Emergency) में मेंडिकल एवं हैल्थ के सभी विषयों को शामिल कर बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य किया है तथा अलग से तैयार कर डॉक्टरी, विषय के सभी महत्वपूर्ण प्रायोगिक विषयों को शामिल किया है जो अद्भुत है।

पइस कोर्स को पूरा करने के पश्चात आपको

1. मानव शरीर विज्ञान (Anatomy), शरीर क्रिया विज्ञान (Physiology) का आधारभूत ज्ञान प्राप्त होगा।

2. स्वास्थ्य, स्वास्थ्य-विज्ञान (Health & Hygiene) स्वच्छता, पोषण (Nutrition) का ज्ञान होगा।

3. संक्रामक (Communicable Diseases), असंक्रामक रोग (Non Communicable Diseases), जीवनशैली रोगों (Life Style Diseases) सहित आपातकालीन स्थितियों में किये जाने वाले उपायों (Emergency Management) तथा रोगों की रोकथाम (Prevention of Diseases) का प्रशिक्षण प्राप्त होगा।

4. प्राथमिक उपचार (First Aid), औषधि विज्ञान (Pharmacology) तथा दवाओं के दुष्प्रभाव (Drug Reaction) का व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त हो जाएगा।

5. परिवार नियोजन (Family Planning) टीकाकरण (Immunization) पर मातृ व बाल स्वास्थ्य, प्रजनन (MCH & RCH) को समझ सकोगे।